Everything about shiv chalisa in hindi
Everything about shiv chalisa in hindi
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तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥
शिव को भस्म क्यों चढ़ाई जाती है, जानिए यहां भस्म आरती के राज
भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥
दिल्ली के प्रसिद्ध हनुमान बालाजी मंदिर
मैना मातु की हवे दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥
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So, we can easily definitely consider out jiffy from our fast paced routine and pray to Lord Shiva. The most significant highlight of Shiva Chalisa is usually that it might be recited by each youthful and previous. It might be taken up by Gentlemen in addition to Women of all ages. Reciting Shiva Chalisa barely requires jiffy. It might carried out even in the homes.
कीन्ह दया तहँ करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥
जय सन्तोषी मात अनूपम। शान्ति दायिनी रूप मनोरम॥ सुन्दर वरण चतुर्भुज रूपा। वेश मनोहर ललित अनुपा॥
भक्त अपने जीवन में पैदा हुई कठिनाइयों और बाधाओं को दूर करने के लिए श्री शिव चालीसा का नियमित पाठ करते हैं। श्री शिव चालीसा के पाठ से आप अपने Shiv chaisa दुखों को दूर कर भगवान शिव की असीम कृपा प्राप्त कर सकते हैं। शिव चालीसा का पाठ हमेशा सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद करना चाहिए। भक्त प्रायः सोमवार, शिवरात्रि, प्रदोष व्रत, त्रयोदशी व्रत एवं सावन के पवित्र महीने के दौरान शिव चालीस का पाठ खूब करते हैं।
लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट ते मोहि आन उबारो॥
ॠनिया जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी॥
धन निर्धन को देत सदाहीं। जो कोई जांचे वो फल पाहीं॥